कब सहिष्णु थे आप ?
कौन से युग ,किस सदी
किस कालखंड में
सहिष्णु थे आप ?
देवासुर संग्राम के समय
जब अमृत खुद चखा
और विष छोड़ दिया
उनके लिए
जो ना थे तुमसे सहमत ।
दैत्य ,दानव ,असुर ,किन्नर
यक्ष ,राक्षस ,
क्या क्या न कहा उनको
वध ,मर्दन ,संहार
क्या क्या न किया उनका ।
तब थे आप सहिष्णु
जब मर्यादा पुरुषोत्तम ने
काट लिया था
शंबूक दलित का सिर
ली थी पत्नि की चरित्र परीक्षा
और फिर भी
छोड़ दी गई
गर्भवती सीता
अकेली वन प्रान्तर में !
या तब
जब द्रोण ने दक्षिणा में
कटवा दिया था
आदिवासी एकलव्य का अंगूठा
फिर भी जी नहीं भरा
तो योगीराज ने हर लिए थे
एकलव्य के प्राण ?
या तब
जब जुए में दांव पर
लगा दी गई थी
पांच पांच पतियों की पत्नि द्रोपदी
और टुकर टुकर
देखते रहे पितामह ?
या तब थे आप सहिष्णु
जब ब्रह्मा ने बनाये थे वर्ण
रच डाली थी
ऊंच नीच भरी सृष्टि
या तब
जब विषमता के जनक ने
लिखी थी,विषैली मनुस्मृति
जिसने औरत को
बना दिया सिर्फ भोग्या
और शूद्रों को महज सेवक ।
या तब जब
अछूत धकेल दिए गए थे
गांवों के दखन्न टोलों में
उनके गलों में
लटका दी गई थी हांडियां
और पीठ पर झाड़ू
निकल सकते थे वे बाहर
सिर्फ भरी दुपहरी में
ताकि उनकी छाया भी
न पड़े तुम पर ।
इंसान को अछूत बना कर
उसकी छाया तक से परहेज़
नहीं थी असहिष्णुता ?
आखिर कब थे आप सहिष्णु
क्षत्रिय संहार के वक्त
बौद्धों के कत्ल आम के समय
लंका में आग लगाते हुए
या खाण्डव वन जलाते हुई।
कब थे आप सहिष्णु
ज़िंदा होलिका का दहन करते हुये
बलि राज को पाताल में गाड़ते वक्त
महिसासुर का मर्दन करते हुए
बाली की जान लेते हुए
कहाँ थे आप सहिष्णु
कुछ याद पड़ता है
आखिर बार कब थे आप सहिष्णु?
अछूतों के दो वोट के
हक पर डाका डालते हुये
मुल्क के बंटवारे के समय
दंगों के दौरान
पंजाब ,गुजरात ,कश्मीर ,पूर्वोत्तर
बाबरी ,दादरी ,कुम्हेर , जहानाबाद
डांगावास ,झज्जर ,ऊना ,अलवर
कहाँ पर थे आप सहिष्णु ?
क्या तब थे आप सहिष्णु
दलित प्रेमियों को मारते हुये
सोनी सोरी के गुप्तांगों में
पत्थर ठूंसते हुए
सलवा जुडूम,ग्रीन हंट
और गौरक्षा के नाम पर
दलितों ,आदिवासियों और अल्पसंख्यंकों को मारते हुए
कहीं पर भी तो नहीं दिखाई पड़ी
आपकी सहिष्णुता !
लोगों की नदियां ,जंगल
खेत खलिहान हड़पते वक्त
घुमन्तुओं के घर उजाड़ते समय
आखिर कब थे आप सहिष्णु ?
दाभोलकर ,पानसरे ,कलबुर्गी
कृष्णा किरवले के
निर्मम कत्ल के वक़्त
प्रतिरोध के हर स्वर को
पाकिस्तान भेजते हुये
सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक
किस जगह थे आप सहिष्णु ?
प्राचीन जम्बूद्वीप में , ब्रिटीश इंडिया में
और आजाद वर्तमान भारत में ,
बीते कल ,आज और अभी तक
कभी नहीं थे आप
कतई सहिष्णु !
सहिष्णु हो ही
नहीं सकते है आप ?
क्योंकि आपकी संस्कृति
सभ्यता ,साहित्य ,कला
राजनीती ,व्यवसाय ,रीति रिवाज
धर्म ,मंदिर ,रसोई ,
खेत ,खलिहान ,गाँव ,घर
कहीं भी नहीं दिखाई
पड़ती है सहिष्णुता ।
सच्चाई तो यह है कि
आपके " डी एन ए " में ही
नहीं है सहिष्णुता
युगों युगों से ....!
-भंवर मेघवंशी
( एडिटर इन चीफ - शून्यकाल यूट्यूब चैनल )
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